- *संविधान सभा में पश्न चर्चा सत्र*
(मानव दर्पण न्यूज़ :संपादक डॉ. अजय कुमार मित्रा )
डॉo अंबेडकर ने 21- 21 घंटे अभ्यास करके भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया,आगे संविधान सभा में एक प्रश्न चर्चा सत्र के लिए आया कि भारतीय संविधान की शुरुआत कैसे की जाए |
1- मौलाना हजरत मोहली उठ खड़े हुए और बोले भारतीय संविधान की शुरुआत “अल्लाह ” के नाम से की जाए|
2- पंडित मदन मोहन मालवीय उठ खड़े हुऐ और बोले भारतीय संविधान की शुरुआत “ओम नमः शिवाय” के नाम से की जाए|
3- एच पी कामठ उठ खड़े हुए और बोले भारतीय संविधान की शुरुआत ‘ ” ईश्वर ” के नाम से की जाए|
4- लेकिन बाबा साहब डॉ. अंबेडकर उठ खड़े हुए और बोले भारतीय संविधान की शुरुआत “” *जनता* “” के नाम से की जाए |
साथियों इस मुद्दे पर संसद में मतदान हुआ और 68 मत मिले ‘ जनता ‘ के नाम से और 41 मत मिले ‘ईश्वर अल्लाह भगवान और देवी देवताओं ‘ के नाम से और संविधान की शुरूआत,
” We the people of India ”
(हम भारत के लोग), ऐसे पुष्टि हुई
इस प्रकार पत्थर के देवी,देवता भगवान और अल्लाह पहले ही मतदान में हार गए और मानव जीत गए |
आगे बाबा साहब अंबेडकर को यह समझ आया कि ब्राह्मणवादी लोग इस देश का नाम बदलकर हिंदुस्तान कर सकते हैं इसलिए बाबा साहब ने भारतीय संविधान के कालम A के अनुसार अनुवाद किया
” India that is the bharat ”
ऐसी पुष्टि कर दी
ऐसे थे बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर
