शासकीय महाविद्यालय सरई बना (हिंदू )सनातन धर्म की अड्डा ,आखिर क्यों है जिला प्रशासन मौन छात्रों ने लगाई धर्म प्रतिबंध की गुहार
✍🏻एम डी न्यूज एमपी स्टेट हेड : ब्यूरो चीफ अरविंद साकेत
सिंगरौली जिले के सरई तहसील अंतर्गत शासकीय महाविद्यालय सरई के भरी कक्षाओं में ढोंगी साधु महात्मा आया और कॉलेज के अंदर हिंदू धर्म की प्रवचन कर गया, हिंदू परंपरा के बारे में धार्मिक प्रपोगंडा फैलाकर बच्चों को भड़काया एवं छात्रों को हिंदू धर्म में जुड़ने की अपील की, एवं छात्रों ने धर्मों की बहिस्कार किया शासकीय महाविद्यालय सरई के कुछ छात्रों ने इस कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की तो कालेज की अतिथि विद्वान डाॅक्टर सन्त तिवारी एवं डॉक्टर विवेक सिंह द्वारा झूठ बोला गया की ऊपर से आदेश आया है की साधुओं द्वारा कार्यक्रम कराने की और धर्म की प्रचार कराने की म, प्र, में नई शिक्षा नीति की आदेश है ऐसा इन विद्वानों के द्वारा फिर जब छात्रों के द्वारा आदेश दिखाने की बात की गई तो उनको डॉक्टर विवेक सिंह एवं सन्त तिवारी अतिथि विद्वानो द्वारा डराया धमकाया गया की अगर आवाज उठाओगे तो तुम्हारी चेहरा बिगाड़ देंगे तुम्हारी सीसी में नंबर काट देंगे तुम्हे बरवाद कर देंगे छात्रों को ऐसा धमकी दिया गया, NSUI युवा छात्र नेता राहुल जायसवाल, अरमान अली, कमलेश साकेत एवं दर्जनों छात्रों की कहना है की कुछ दिन पहले बच्चो के द्वारा संविधान दिवस मनाने की अनुमति मांगी गई तो सीधे इन्कार कर दिया गया, प्राचार्य द्वारा,
बोला गया की ऊपर का आदेश नही है ऐसा बोलकर अपमानित करके भेज दिया और मनाने की अनुमति नहीं मिली , छात्रों की कहना है जबकि संविधान से पूरा देश चल रहा है लेकिन उसमे रोक लगा दिया गया लेकिन हिंदू धर्म परंपरा ढोंगी बाबाओं द्वारा महाविद्यालय में प्रवचन कर,छात्रों को भड़काया गया इससे सिद्ध यही होता है की शासकीय महाविद्यालय सरई में अब, कॉलेज की प्रोफेसरों के द्वारा नही बल्कि ढोंगी बाबाओं के द्वारा कक्षाये संचालित होगी ,
महाविद्यालय सरई के द्वारा आदेश दिखाया जाऐ की ढोंगी बाबा को काॅलेज के अंदर प्रवचन करने का आदेश किसने दिया?
जिला प्रशासन से हम सभी छात्रों का अतिम मांग यही रहेगा की सभी छात्रों की भविष्य को ध्यान में रखते हुए कॉलेज की इन धार्मिक परंपराओं को रोक लगा कर शिक्षा को बढ़ावा देने की मांग करते है और डाक्टर सनत तिवारी एवं डॉक्टर विवेक सिंह के द्वारा साधुओ को आमंत्रित किए उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करने की मांग करते है