ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने महामहिम राष्ट्रपति गणराज्य को एसडीएम गोला द्वारा सौंपा ज्ञापन (एमडी न्यूज़ रिपोर्ट : उप संपादक महेश चन्द )
लखीमपुर खीरी :- ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने निरंतर बढ़ रही मणिपुर की हिंसा पर पुनः अपनी चिंता व्यक्त की है और हर हाल में मिजोरम में यह हिंसा ना फैले इसकी अपील उत्तर पूर्व की लोकतांत्रिक शक्तियों से की है मणिपुर में जारी हिंसा के लिए सदियों से मैत्री भाव से रहने वाले लोगों की सद्भावना नष्ट करने वाली हिंदुत्व की राजनीति को ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने जिम्मेदार माना है
दरअसल भाजपा की अगुवाई में चल रही केंद्र और राज्य की सरकार हिंदुत्व की राजनीति को परवान चढ़ाने में लगी है जिसका मुख्य उद्देश्य दूसरे धार्मिक विश्वास में लगे हुए लोगों के धार्मिक स्थलों को तोड़ना और उन्हें सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से दोयम दर्जे का नागरिक का बना देना है वजह से मणिपुर में 200 से अधिक चर्च जला दिए गए हैं अफवाहे फैलाई गई है लोगों की हत्याएं हुई महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया है और जला दिया गया
मणिपुर की घटना पर लंबे समय तक मौन रहने वाले सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी आश्चर्य नहीं पैदा करती ऐसे मामलों में चुप रहना ही उनकी राजनीति रही है गुजरात का सबसे बड़ा उदाहरण है मणिपुर पर संसद में बहस तक नहीं होने दी जा रही है ताकि यह सरकार वहां जताई ध्रुवीकरण करते रहे और 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी स्थिति को मजबूत करें। संविधान के गरिमामई जीवन की गारंटी करने वाले संस्थाओं को आगे आना होगा और मणिपुर में हिंसक वारदात करने वालों को दंडित करना होगा यह वाजिब ही है की सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सीधे हस्तक्षेप करके अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वहन किया है जरूरत है राष्ट्रपति भारत सरकार मणिपुर में शांत और न्याय स्थापित करने के लिए हस्तक्षेप करें जाहिर तौर पर मणिपुर में जारी हिंसा में वहां के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के गृह मंत्री की भूमिका की जांच और दोषी लोगों को दंडित किया जाए।
डॉo बाबूराम गौतम पूर्व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी,प्रदेश अध्यक्ष आई पी एफ,श्रीमती मीरा आदिम अकरम अली,जमरोद अली, मोहम्मद समीम,विशाल,रामकुमार गौतम एडवोकेट, शिव भगवान एडवोकेट,चुन्नीलाल स्टेम विक्रेता, रमाकांत चौधरी एडवोकेट,डॉक्टर एस. के.,संध्या,गुंजन,आनंद कुमार आलोक भारती, ज्ञानेश पांडे,मोहित वर्मा, मीरा मिश्रा आदि लोग उपस्थित रहे
