में ऑल इंडिया मुशायरा को किताब किया सरहद पर मुझे भेज कर देख लो, जान दे दूंगा मैं भी,, हाशिम फिरोजाबादी।
मानव दर्पण न्यूज़/बलीकुददीन अन्सारी तहसील प्रभारी गोला खीरी।
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गोला गोकरण नाथ खीरी- कस्बा कुकरा में बजमें चिरागे अदब के जेरे एहतमाम में मेहमानें खुशूसी हाजी जहीर अहमद
मेंबरआफ उर्दू अकाडमी ने शमा रौशन कर गजलयाती मुशायरा का आगाज किया!
मुशायरा की निजामत आसिम काकोररवी ने की !
मुशायरा हाजी जाहिर कीजेरे सर प्रस्ती में हुआ!
मोहतरमा निकहत अमरोही,
ने महबूब के लिए पेश किया, तेरी चाहत से इंकार नहीं कर सकती ,
फिर भी जो हद है वो पार नहीं कर सकती।
हाशिम फिरोजाबादी
ने अपने अनदाज में कलाम पेश किया ,
और क्या चाहिये इक बदन के लिए,
ये तिरंगा बहुत है कफ़न के लिए
सरहदों पर हमें भेजकर देखिए,
जान दे देंगे हम भी वतन के लिए
डॉ मुनव्वर ताबिश संभल ने इस अंदाज में कलाम पेश किया ,
वो इस अदा से सितम हम पर ढाए जाते हैं ,नजर से तीर जिगर पर चलाएं जाते हैं!
मुशायरा में शायर तारिक इस्लाम गोला ,सरताज मंसूरी शाहजहांपुरी,मुख्तार रायपुरी,अशरफ सिद्दीकी मोहम्मदी,मुख्तार अंसारी कुकरा ,वेदिल भारती गोला,तकी अंसारी कुकरा,आरिफ खान कुकरा ,जावेद आलम कुकरा ,आदिल अंसारी कुकरा ,मधुकरशैदाई गोला,
नेभी कलाम पेश किए! बजमें चरागे अदब की
अंजुमन में शब्बन खान,अययूब सिद्दीकी,शेर अली,हबीब खान,मौलवी मोहम्मद कासिम,रईस आलम ,सद्दाम अंसारी,शमीम खान,चमन खान,तारिक इस्लाम ,शाबान खान ,नियतमत अली ,मतीन खान ,जाबिरअली ,ने मुशायरा का एहतमाम किया!