*सम्राट सेवा फाउंडेशन द्वारा आयोजित चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान का 2327 वा भव्य जन्मोत्सव संगोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम

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चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान का 2327 वा भव्य जन्मोत्सव संगोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम_काशी राम मौर्य*

(एम डी न्यूज़ रिपोर्ट : डॉo अशोक कुमार यू पी स्टेट हेड )

जनपद  गोंडा मे सम्राट सेवा फाउंडेशन द्वारा आयोजित चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान का 2327 वा भव्य जन्मोत्सव संगोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम ग्राम लोहारी बनकटी सूर्य बली सिंह मुजेहना में मनाया गया ।

“सम्राट अशोक का जन्म ई0पू0 304 चैत्र माह शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि को हुआ था” । दिव्यवदान बौद्ध ग्रंथ के अनुसार उनकी माता का नाम सुभद्रागी था। नगर भ्रमण के दौरान महाराजा बिंदुसार ने जब उसे देखा तो मंत्रमुग्ध हो गए अमात्यो द्वारा जब यह सूचना चंपा निवासी उक्त कन्या के पिता को मिला तो वह अवाक रह गया। वह इतना अधिक खुश हुआ कि मानो उसका बहुत बड़ा सपना साकार हो गया हो वह जितना अधिक निर्धन थी उतना ही अधिक सुंदर रूपवती उसकी कन्या थी उसने खुश होकर अपनी कन्या महाराजा बिंदुसार को समर्पित कर दी कुछ समय पश्चात सुभद्रा ंगी ने जिस पुत्र को जन्म दिया उसी का नाम अशोक रखा गया। इतिहासकारों के अनुसार इस भीषण युद्ध में 1,76000 लोग मारे गए इसमें सम्राट अशोक के अदम्य साहस वीरता एवं शौर्य का प्रमाण मिलता है इस भीषण रक्त पात लाशों के ढेर से सम्राट अशोक का मन दहल गया और उसने निर्णय लिया कि मैं भविष्य में कभी भी शत्रु को हिंसा से नहीं बल्कि प्रज्ञा पयार एवं करुणा से जीतूंगा।
सम्राट अशोक के तीन पुत्र और दो पुत्रियां थी महेंद्र, संघमित्रा, चारुमति, कुणाल, जल्लोक, और तिवर। महेंद्र एवं संघमित्रा को सम्राट अशोक द्वारा धर्मगुरु भिक्षु मोग्गलिकपुत तिस्य की अनुमति से बुद्ध धम्मा एवं संघ को समर्पित कर दिये गये।
जिसके फलस्वरूप सम्राट अशोक बौद्ध धम्म दायाद कहलाये दायाद का अर्थ होता है एकमात्र उत्तराधिकारी।बौद्ध भिक्षुओ का,अशोक संविधान का निर्माण नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना महेंद्र एवं संघमित्रा को श्रीलंका में बौद्ध धर्म के प्रचार प्रसार हेतु भेजा वह संसार के प्रत्येक प्राणी को दुख मुक्त करना चाहते थे। ऐसे महान पुरुष भारत की धरती पर जन्म लिया इसलिए मेरा भारत महान है। आज पूरे देश में जगह जगह पर जन्मोत्सव मनाया जा रहा है।
मुख्य आयोजक काशीराम मौर्य
इस कार्यक्रम में आए हुए मुख्य अतिथि डॉ0 विनीता कुशवाहा, ऐ.के. नंद, नंदकिशोर वर्मा, मुख्य वक्ता राम कुमार राव, घनश्याम मौर्य, विजय चौहान, आयोजक मंडल ब्रह्मा रावत, सुरेंद्र मौर्य (बीज भंडार) मैकूलाल,मौर्य, सूबेदार बौद्ध, अनिल मौर्य, सीमा मौर्य, रीना मौर्य, सविता वर्मा, अंजू वर्मा,अरून कुमार मौर्य बलराम यादव उमेश मौर्य ,राम किशोर मौर्य, कुन्दन मौर्य,सीताराम भारती दर्शन वर्मा गोलू रावत आदि ।

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